Bitcoin: जब साल की पहली तिमाही में बाजार में गिरावट आई थी तो निवेशकों के दिल में चिंता थी, लेकिन दूसरी तिमाही ने उम्मीद की नई किरण जगा दी। 2025 की दूसरी तिमाही में क्रिप्टो बाजार ने लगभग 28.2% की शानदार बढ़त दर्ज की और कुल मार्केट वैल्यू $3.46 ट्रिलियन तक जा पहुंची। इस बार बाजार को ऊपर ले जाने का सबसे बड़ा कारण रहा बिटकॉइन का जबरदस्त प्रदर्शन और एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ETF) में आई भारी पूंजी प्रवाह।
Bitcoin: बिटकॉइन की मजबूती बनी क्रिप्टो की रीढ़
Bitcoin: टोकन इनसाइट्स की ताजा रिपोर्ट इस बात को और पुख्ता करती है कि अमेरिकी आर्थिक आंकड़े और ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों ने बाजार में सकारात्मक माहौल बनाया। हालांकि अंतरराष्ट्रीय हालात और भू-राजनीतिक तनाव ने बाजार को पूरी तरह आजाद होने से रोका, फिर भी बिटकॉइन ने अपने दम पर नई ऊंचाई छुई। बिटकॉइन की कीमतें $83 हजार से सीधा $111.9 हजार तक पहुंच गईं और तिमाही के अंत में लगभग $106 हजार पर टिक गईं।
ट्रेडिंग वॉल्यूम में दिलचस्प उतार-चढ़ाव
Bitcoin: क्रिप्टो ट्रेडिंग में दिलचस्प बदलाव देखने को मिले। जहां टॉप सेंट्रलाइज्ड एक्सचेंज का कुल वॉल्यूम $21.6 ट्रिलियन दर्ज किया गया, वहीं पिछले तिमाही के मुकाबले यह 6.2% गिरावट दिखाता है। खासतौर पर स्पॉट ट्रेडिंग वॉल्यूम्स में भारी गिरावट दर्ज हुई, जहां प्रतिदिन का औसत वॉल्यूम $40 बिलियन रहा, जो Q1 के $51 बिलियन से काफी कम था। लेकिन डेरिवेटिव्स ट्रेडिंग में ज्यादा गिरावट नहीं आई और $20.2 ट्रिलियन के साथ मामूली 3.6% की कमी देखने को मिली। ट्रेडर्स ने अनिश्चित माहौल में डेरिवेटिव्स को सुरक्षित विकल्प के तौर पर अपनाया।
एक्सचेंजों की लड़ाई में बिनेंस का दबदबा कायम
Bitcoin: एक्सचेंज की दुनिया में बिनेंस ने अपना दबदबा बनाए रखा और कुल ट्रेडिंग वॉल्यूम का 35.4% हिस्सा लिया। हालांकि कुछ दूसरे प्लेटफॉर्म्स जैसे OKX, Bitget, HTX और गेट ने भी अपने हिस्से में बढ़ोतरी की और बाजार में अपनी पकड़ मजबूत की। गेट एक्सचेंज ने सबसे ज्यादा 2.55% की बढ़त दिखाई।
एक्सचेंज टोकन और ऑल्टकॉइन की स्थिति
Bitcoin: जहां बिटकॉइन ने 31.6% की बढ़त हासिल की, वहीं एक्सचेंज टोकन जैसे BNB ने सिर्फ 8.9% का इजाफा दिखाया। OKB, BGB और KCS ने भी थोड़ी बहुत बढ़त हासिल की लेकिन ज्यादातर अन्य टोकन गिरे, जिससे साफ पता चलता है कि ऑल्टकॉइन की सक्रियता में भारी गिरावट आई है।
आगे की राह Q3 में क्या होगा
बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि तीसरी तिमाही में बिटकॉइन की रफ्तार थोड़ी धीमी हो सकती है। खासकर स्पॉट ट्रेडिंग में गिरावट की संभावना जताई जा रही है, जो $3 से $3.5 ट्रिलियन के बीच रह सकती है। हालांकि डेरिवेटिव्स बाजार अपनी मजबूती बनाए रख सकता है और एक्सचेंज टोकन में अलग-अलग तरह की चाल देखने को मिल सकती है। बाजार की दिशा काफी हद तक वैश्विक आर्थिक हालात और निवेशकों की रणनीति पर निर्भर करेगी।
कुल मिलाकर 2025 की दूसरी तिमाही क्रिप्टो निवेशकों के लिए राहत भरी साबित हुई। बिटकॉइन की मजबूती और ETF में आई पूंजी ने बाजार को नई जिंदगी दी है। हालांकि बाजार में कुछ अनिश्चितताएं अभी बाकी हैं, लेकिन क्रिप्टो की दुनिया एक बार फिर रफ्तार पकड़ती नजर आ रही है।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल जानकारी देने के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई जानकारियां किसी प्रकार की निवेश सलाह नहीं हैं। क्रिप्टोकरेंसी में निवेश जोखिम भरा हो सकता है, इसलिए कोई भी वित्तीय निर्णय लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की सलाह जरूर लें।
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