Vision restoration technology : न्यूरालिंक का नया ‘ब्लाइंडसाइट’ डिवाइस: अंधे मरीजों की दृष्टि बहाल करने में मेडिकल ‘ब्रेकथ्रू’
Neuralink Blindsight device: न्यूरालिंक (Neuralink) एक बार फिर सुर्खियों में है, और इस बार इसका नया डिवाइस ‘ब्लाइंडसाइट’ (Blindsight) चिकित्सा के क्षेत्र में एक नई क्रांति ला रहा है। एलन मस्क की इस कंपनी ने इस डिवाइस को पेश कर उन लोगों के लिए उम्मीद जगाई है जो दृष्टिहीनता का सामना कर रहे हैं। इस डिवाइस की मदद से अंधे मरीजों की दृष्टि बहाल करने में बड़ी सफलता मिली है, जिसे एक ‘मेडिकल ब्रेकथ्रू’ माना जा रहा है। यह तकनीक न सिर्फ चिकित्सा जगत में बल्कि पूरी दुनिया में एक गेम-चेंजर साबित हो सकती है।
क्या है ‘ब्लाइंडसाइट’ डिवाइस?
Neuralink Blindsight device: न्यूरालिंक का ‘ब्लाइंडसाइट’ एक न्यूरल इम्प्लांट (Neural Implant) है, जिसे विशेष रूप से दृष्टिहीनता का सामना कर रहे लोगों के लिए विकसित किया गया है। इस डिवाइस को मस्तिष्क में इम्प्लांट किया जाता है, जिससे मस्तिष्क को दृष्टि से जुड़ी सूचनाएं मिलती हैं। यह सीधे मस्तिष्क के विजुअल कॉर्टेक्स (Visual Cortex) से जुड़ता है, जो आंखों से आने वाले सिग्नल्स को प्रोसेस करता है। इस तकनीक का उद्देश्य उन लोगों को दृष्टि प्रदान करना है, जिनकी आंखें अब सिग्नल भेजने में असमर्थ हैं।
कैसे काम करता है ‘ब्लाइंडसाइट’?
Neuralink Blindsight device: ‘ब्लाइंडसाइट’ डिवाइस का मुख्य काम आंखों और मस्तिष्क के बीच की उस बाधा को दूर करना है जो दृष्टिहीनता का कारण बनती है। यह डिवाइस एक विशेष चिप के जरिए काम करता है जिसे मस्तिष्क में इम्प्लांट किया जाता है। यह चिप आँखों की जरूरत के बिना विजुअल डेटा को मस्तिष्क तक पहुंचाती है, जिससे व्यक्ति वस्तुओं और रोशनी को पहचानने में सक्षम होता है।
न्यूरालिंक ने इस डिवाइस को इस तरह से डिज़ाइन किया है कि यह मस्तिष्क की न्यूरल एक्टिविटी को मॉनिटर और इंटरप्रेट कर सके। यह चिप विजुअल डेटा को प्रोसेस करके मस्तिष्क के उन हिस्सों में भेजता है, जहां से दृष्टि की पहचान होती है। इसका फायदा यह है कि जिन लोगों की आंखें किसी कारणवश काम नहीं कर रही हैं, वे भी इस तकनीक की मदद से देख सकते हैं।
चिकित्सा जगत में क्रांतिकारी बदलाव
Neuralink Blindsight device: न्यूरालिंक के ‘ब्लाइंडसाइट’ डिवाइस को चिकित्सा के क्षेत्र में एक बड़ी क्रांति के रूप में देखा जा रहा है। दृष्टिहीनता से जूझ रहे करोड़ों लोगों के लिए यह डिवाइस एक नई उम्मीद है। अभी तक दृष्टिहीनता के इलाज के लिए जो सीमित तकनीकें उपलब्ध थीं, उनमें से ज्यादातर में मरीज को सीमित फायदा होता था। परंतु इस नए डिवाइस से मरीजों को उनकी खोई हुई दृष्टि वापस मिलने की संभावना है।
क्लिनिकल परीक्षण और सफलता
Neuralink Blindsight device: न्यूरालिंक ने ‘ब्लाइंडसाइट’ डिवाइस पर कई क्लिनिकल परीक्षण किए हैं, जिनके नतीजे सकारात्मक रहे हैं। दृष्टिहीन मरीजों पर किए गए इन परीक्षणों में यह देखा गया कि कैसे यह डिवाइस मस्तिष्क के विजुअल सेंटर को सक्रिय करता है और दृष्टि बहाल करने में सफल होता है। कुछ मामलों में मरीजों ने पहली बार रंग और आकृतियों को पहचानना शुरू किया। यह डिवाइस दृष्टिहीनता से जूझ रहे लोगों के लिए एक बड़ी राहत लेकर आया है।
लागत और उपलब्धता
Neuralink Blindsight device:‘ब्लाइंडसाइट’ डिवाइस फिलहाल परीक्षण के चरण में है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि यह जल्द ही व्यावसायिक रूप से उपलब्ध होगा। हालांकि, इस डिवाइस की कीमत फिलहाल तय नहीं हुई है, लेकिन यह निश्चित है कि इसकी कीमत अपेक्षाकृत अधिक होगी। न्यूरालिंक की योजना है कि आने वाले वर्षों में इसे और अधिक किफायती बनाया जाए ताकि इसे व्यापक रूप से उपयोग किया जा सके।
Neuralink Blindsight device: न्यूरालिंक के दूसरे प्रोजेक्ट्स
Neuralink Blindsight device:न्यूरालिंक ने इससे पहले भी कई प्रोजेक्ट्स पर काम किया है, जिनमें मस्तिष्क और मशीन के बीच सीधा संपर्क स्थापित करने पर विशेष ध्यान दिया गया है। कंपनी का मुख्य उद्देश्य मस्तिष्क में इम्प्लांट्स के जरिए न सिर्फ मेडिकल समस्याओं को हल करना है, बल्कि भविष्य में इंसानों और मशीनों के बीच तालमेल को और अधिक उन्नत बनाना है। न्यूरालिंक की यह तकनीक न सिर्फ दृष्टिहीनता बल्कि अन्य न्यूरोलॉजिकल समस्याओं जैसे पक्षाघात (Paralysis) के इलाज में भी अहम साबित हो सकती है।
भविष्य की संभावनाएं
Neuralink Blindsight device: न्यूरालिंक का ‘ब्लाइंडसाइट’ डिवाइस भविष्य में चिकित्सा के क्षेत्र में कई अन्य क्रांतियों की नींव रख सकता है। वर्तमान में इस डिवाइस का इस्तेमाल दृष्टिहीनता को दूर करने के लिए किया जा रहा है, लेकिन भविष्य में इसे और भी उन्नत बनाया जा सकता है। न्यूरालिंक के विशेषज्ञ मानते हैं कि आने वाले समय में इस तकनीक का उपयोग न सिर्फ दृष्टिहीनता बल्कि सुनने की क्षमता और अन्य इंद्रियों को भी पुनर्स्थापित करने के लिए किया जा सकता है।
Fnal Conclusion
Neuralink Blindsight device: न्यूरालिंक का ‘ब्लाइंडसाइट’ डिवाइस न सिर्फ दृष्टिहीनता से जूझ रहे लोगों के लिए एक नई उम्मीद लेकर आया है, बल्कि यह मेडिकल विज्ञान में एक बड़ा कदम भी है। इस डिवाइस ने यह साबित कर दिया है कि टेक्नोलॉजी की मदद से इंसान की खोई हुई क्षमताओं को फिर से हासिल किया जा सकता है। चिकित्सा के क्षेत्र में यह एक अभूतपूर्व खोज है, और इसके आने वाले वर्षों में और भी उन्नत और किफायती होने की संभावना है।
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